घर में Shivling Puja करने से पहले जान लें ये ज़रूरी नियम, वरना हो सकता है बड़ा दोष

Shivling Puja: भगवान शिव को भोलेनाथ कहा जाता है क्योंकि वे अपने भक्तों की सच्ची भक्ति से बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। बहुत से लोग भगवान शिव की कृपा पाने के लिए अपने घर में Shivling Puja करना चाहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शिवलिंग को घर में रखने और उसकी पूजा करने के लिए कुछ खास नियम होते हैं? यदि इन नियमों का पालन न किया जाए, तो पूजा से लाभ के बजाय दोष भी लग सकता है।

घर में किस प्रकार का शिवलिंग रखना शुभ माना जाता है

जब भी आप अपने घर में शिवलिंग स्थापित करने का विचार करें, तो सबसे पहले यह ध्यान रखें कि वह शिवलिंग किस प्रकार का है। घर के लिए सबसे शुभ माना जाता है — पारद शिवलिंग। यह शिवलिंग पारद (पारा) से बना होता है और इसमें आध्यात्मिक ऊर्जा बहुत अधिक होती है।

Shivling Puja
Shivling Puja

यदि पारद उपलब्ध न हो, तो छोटे पत्थर या धातु के शिवलिंग को भी घर में रखा जा सकता है। लेकिन उसका आकार अंगूठे के बराबर या उससे छोटा होना चाहिए। धार्मिक ग्रंथों में लिखा है कि बड़े आकार का शिवलिंग केवल मंदिरों में ही रखना उचित है। इससे घर में ऊर्जाओं का असंतुलन हो सकता है।

Shivling Puja से पहले किन बातों का ध्यान रखें

जब भी आप शिवलिंग की पूजा करें, तो शुद्धता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। पूजा का स्थान साफ-सुथरा और शांतिपूर्ण होना चाहिए। शिवलिंग को कभी भी रसोई या शयनकक्ष (बेडरूम) में नहीं रखना चाहिए। इसे केवल पूजाघर या पवित्र स्थान पर स्थापित करें।

शिवलिंग को स्थापित करते समय प्राण-प्रतिष्ठा की आवश्यकता नहीं होती है, क्योंकि यह प्रक्रिया केवल मंदिर या विशेष अनुष्ठान में की जाती है। घर में इसे केवल एक प्रतीक रूप में रखा जाता है, जिसे नियमित पूजा के माध्यम से सिद्ध किया जा सकता है।

घर में कितने शिवलिंग रखना चाहिए

यह सवाल बहुत से लोगों के मन में होता है कि क्या एक से अधिक शिवलिंग घर में रख सकते हैं? शिवपुराण के अनुसार, घर में केवल एक ही शिवलिंग स्थापित किया जाना चाहिए। एक से अधिक शिवलिंग होने पर पूजा में असंतुलन आ सकता है और उसकी नियमित पूजा कर पाना भी कठिन हो जाता है। यदि आप शिवलिंग को स्थापित करते हैं, तो रोजाना जल अर्पण, सफाई और मंत्र जाप करना आवश्यक होता है।

Shivling Puja के लाभ

जो व्यक्ति श्रद्धा और नियमों के साथ Shivling Puja करता है, उसके जीवन में कई प्रकार की सकारात्मकताएं आती हैं। यह पूजा न केवल मानसिक शांति देती है, बल्कि परिवार में आपसी प्रेम, समृद्धि और स्थिरता भी लाती है।

सोमवार के दिन विशेष रूप से शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, धतूरा, भस्म और चावल चढ़ाने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और भक्त की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। शिवलिंग की पूजा से मन एकाग्र होता है और तनाव भी कम होता है।

क्या शिव परिवार की मूर्ति भी साथ में रख सकते हैं?

जी हाँ, यह बहुत शुभ माना जाता है कि जहाँ शिवलिंग रखा गया हो, वहाँ शिव परिवार की तस्वीर या मूर्ति भी साथ में होनी चाहिए। इससे पूजा में पूर्णता आती है और शक्ति, ज्ञान, प्रेम, भक्ति सबका संतुलन बना रहता है। शिव परिवार में भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान गणेश और कार्तिकेय शामिल होते हैं।

Shivling Puja
Shivling Puja

शिवलिंग की पूजा करें लेकिन नियमों का पालन ज़रूर करें

Shivling Puja यदि नियमों के अनुसार और पूर्ण श्रद्धा से की जाए, तो यह साधारण पूजा नहीं, बल्कि दिव्य शक्ति का अनुभव बन जाती है। भगवान शिव का आशीर्वाद न केवल आध्यात्मिक शक्ति देता है, बल्कि जीवन में सुख, समृद्धि और मानसिक संतुलन भी लाता है।

इसलिए अगर आप शिवलिंग को घर में रखना चाहते हैं, तो पहले उसकी स्थापना के नियम, पूजा विधि और स्थान की शुद्धता की जानकारी ज़रूर लें। एक बार सही नियमों के साथ पूजा शुरू हो जाए, तो यह आपकी ज़िंदगी में खुशियों की गंगा बहा सकती है।

यह भी पढ़ें :-



Next Post Previous Post
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now